Tuesday, 23 February 2021

"टिम-टिम करते तारे कहते"

टिम-टिम   करते  तारे  कहते,

तुम भी बच्चो जग में चमको।

        सूरज   से   तेजस्वी   बनकर,

        दूर भगाओ  जग से  तम को।

जहाँ  कहीं  भी  अंधकार हो,

दीप  सरीखे  जलकर दमको।

        तुम तो  बच्चो शक्ति-पुंज हो,

        कभी न छोटा आंको खुद को।

देखो, हँस  कर  फूल  बुलाते,

बनकर खान गुणों की महको।

        चीं-चीं करती चिड़ियाँ कहतीं,

        उड़ो गगन में, हम  से चहको।

नदियाँ,  झरने,  पर्वत,  सागर,

अनगिन सीख सिखाते तुमको।

        मन-मन्दिर को स्वच्छ बनाकर,

        पावन  कर  लो अपने मन को।

                    ***

        -आनन्द विश्वास


  


Sunday, 14 February 2021

“दो गज दूरी, मास्क जरूरी”

बिल्ली   बोली,  चूहे  राजा,
आजा,बिल से बाहर आजा।
    बाहर देखो मस्त पवन है,
    बिल के अन्दर बड़ी घुटन है।
मौसी रब से जरा  डरो ना,
बे मतलब की बात करो ना।
    बिलकुल झूँठा बोल रही हो,
    बिना मास्क के डोल रही हो।
लॉकडाउन के चलते, मौंसी,
घर से नहीं निकलते, मौंसी।
    जल्दी-पल्दी  घर को जाओ,
    बिना मास्क मत बाहर आओ।
पहले कोविड  टैस्ट कराओ,
फिर टीका लगवाकर आओ।
    एक  बात जो  बड़ी जरूरी,
    दो गज की तुम रखना दूरी।
बात तुम्हारी सच है राजा,
मगर पेट में बजता बाजा।
    कैसे    इच्छा   होगी  पूरी,
    दो गज दूरी मास्क जरूरी।
***